सागर के किस अंग्रेजी लेखक की किताब पर बन सकती है हॉलीवुड में फ़िल्म
पोर्टल बता रहा है ऋण माफ हो गया,बैंक खाते में नहीं पहुंची राशि !
छत्रपाल सिंह
नरसिंहपुर – मध्यप्रदेश में किसानों की कर्ज माफी को लेकर एक और जहां किसान ऋण माफी प्रमाणपत्र बांटे जा रहे हैं तो दूसरी ओर कुछ ऐसे किसान भी हैं जो अपने ऋण माफी को लेकर बैंकों सहित कार्यालयों के चक्कर आज भी काट रहे हैं मामला नरसिंहपुर के किसान संतोष ढीमर का है जिसके द्वारा बताया गया है कि उसका यूको बैंक शाखा नरसिंहपुर में किसान क्रेडिट कार्ड था जिसके माध्यम से वह खेती किसानी के कार्य हेतु बैंक से ऋण लिया था । मध्यप्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा अपने वचनपत्र में किसानों की ऋण माफी का जो वादा किया था उसकी श्रेणी में किसान संतोष भी पात्र पाया गया था । जिसे मध्यप्रदेश में किसानों के ऋण माफी की जानकारी मिली और उसने जब मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संचालित एमपी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जानकारी मिली कि उसका सीरियल नम्बर NAR/UCO/147 एकाउंट नम्बर 16550510008881 बैंक द्वारा मिले ₹44 हजार 915 के ऋण को माफ कर दिया गया है । ऋणमाफी की सूचना के आधार पर जब वह बैंक गया तो उसे पता चला कि उसके ऋण की जो राशि 44915 रुपये थे वह तो अभी उसके बैंक खाते में आये ही नहीं हैं और बैंक उसे नोड्यूज प्रमाणपत्र भी जारी नहीं कर रहे हैं । इस बात को लेकर किसान संतोष पिछले कई महीने से कार्यालयों के चक्कर काट रहा है किंतु उसे अभी तक बैंक द्वारा नो ड्यूज सर्टिफिकेट प्रदान नहीं किया गया है किसान संतोष ढीमर ने बताया कि इसके पूर्व वह मध्य प्रदेश सरकार की एमपी ऑनलाइन के माध्यम से अपने बैंक लोन माफ की जानकारी भी प्राप्त कर चुका है ऐसे में जब उसके बैंक के खाते में किसान ऋण माफी की जो राशि है वह अभी तक नहीं पहुंची है ऐसे में उसे लगता है कि आखिर ऐसा क्या हो गया है कि एक ओर जहां एमपी ऑनलाइन में उसे उसके ऋण माफ किए जाने की जानकारी मिल रही है तो दूसरी ओर बैंक जाने पर उसे ऋण की राशि उसके खाते में ना आने और बैंक से नोड्यूज प्रमाण पत्र ना दिये जाने की बात कही जा रही है इस बात को लेकर किसान ने गत दिवस कृषि विभाग में एक आवेदन देकर अपनी ओर से सारी स्थिति संबंधित अधिकारियों को बताई और अपने ऋण माफ किए जाने की प्रक्रिया पूर्ण किये जाने की मांग की है ।