सागर के किस अंग्रेजी लेखक की किताब पर बन सकती है हॉलीवुड में फ़िल्म
अदाकारी एक साधन है। क्या अब हिंदी सिनेमा में अभिनय के लिए नशे का सहारा ?
ये कैसे कलाकार, जो अभिनय के दम पर नहीं बल्कि नशे के सहारे करते हैं कैमरे का सामना।
अमित प्रभु मिश्रा
16 आने एक्टिंग के लिए एक्टिंग में 8 आना गुस्सा, 4 आना दिमाग, 2 आना शांति 1 आना हम्बलनेस और 1 आना गुरूर होना चाहिए। मशहूर अभिनेता और हिंदी सिनेमा दे दिग्गज डेविड इब्राहिम चेलकर ऐसा कहा करते थे। लेकिन अब 16 आने एक्टिंग में पूरा का पूरा दारोमदार नशे ने ले लिया है।
हिंदी सिनेमा को इनदिनों रिया से हुई एनसीबी की पूछताछ ने नंगा कर चौराहे पर ला खड़ा कर दिया है। ये नया दौर है जिसमे अभिनय की कोई जगह नहीं है यहां नामी कलाकार ड्रग्स की दम पर कैमरे का सामना कर रहे हैं।
दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, सोनम कपूर के तार नशे की दुनिया जुड़े होने की बात सामने आई है। पर्दे पर अदाकारी करने वाले बेहतरीन अभिनेत्रियां और अभिनेता नशे का सहारा ले रगे हैं।
ऐसे में उनके टैलेंट के को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस हिंदी सिनेमा के अभिनय का लोहा हम मानते आए हैं क्या अब यहां अभिनय के धुरंदर नहीं बचे जो खुद में डूबकर केरेक्टर पकडते थे। उनका आत्मविश्वास जो पर्दे पर दिखाई देता था वह उनकी एक्टिंग की दृढ़ता ही था लेकिन इस आधुनिक दौर में ज़ेहनी तौर पर इतने मजबूत कलाकार देखने को नहीं मिल रहे। यहां स्टार किड्स जबरन फिल्मी दुनिया मे ठसने के लिए नशे तक का सहारा लेने से गुरेज नहीं कर रहे।
संजू
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद रिया चक्रवर्ती पर कसे शिकंजे ने कई राज खोले हैं। रिया सुशांत को भी एक ड्रग एडिक्ट बता रही हैं। साथ ही रिया के खुद भी ड्रग्स लेने की बात सामने आई है। इसके अलावा मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का नाम सामने आने के बाद बॉलीवुड में नाड़े की जकड़ कितनी गहरी है इसका भी खुलासा दिन ब दिन होता रहा है।
गौरतलब है कि संजय दत्त पर बनी बायोपिक संजू में भी बताया गया है कि किस तरह कलाकार नशे का सहारे ले लेते हैं और जब इससे दूर होते हैं तो उनपर क्या प्रभाव पड़ता है।